famous quotations/ inspiring and motivational thoughts

Quotation from books and by famous people

Few lines directly reaches to our heart and change us completely. I love to collect good saying , quotation because it inspire and motivate me , its gives us new perspective for life, it console my heart, clear my thought, gives strength to take decisions.

I hope you would also like these lines and try to change perspective of life, Life is all about your perception. The world shows only that phase which you want to see. So read it , accept it and pursue it.
These lines are on spiritual basis 
"खुद को दुसरो में सब तलासते है. पैर कुछ ऐसा करना चाहिए की जम्मना खुद को तुममे तलाशे  "


"उठ जाग मुशाफिर  भोर भई , अब रैन  कँहा  जो सोवत है,
 जो सोवत है सो खोवत है, जो जागत  है  सो पावत है,
टूक  नींद से अंखिया  खोल जरा और अपने प्रभु से ध्यान लगा,
यह प्रीत कारन की रीत नहीं,प्रभु जगत है तू सोवत है,
जो कल करना हिअ आज करले,जो आज करना है वो अब कर ले,
जब चिड़िया चुग खेत लिया,फिर पछतावत क्या होवत है,
नादान भुगत अपनी करनी,ऐ पापी पाप में चैन कँहा ,
जब  पाप की गठरी शीश धरी ,अब शीश पकड़ क्यों रोवत है,"


"कैसे बैठयो रे आलस में , तो से राम नाम कहो ना  जाये,
राम कहो न जाये तो पे कृष्णा कहो न जाये,
सोवत सोवत उम्र बीत गयी , अब  काहे पछतावत 
राधे श्याम समय फिर ऐसो बार बार नहीं आये. "

"जब सौंप दिया सब भर तुम्हे,
फिर मारो या त्यारो कहे  हम क्या,
अब आप ही प्यारे विचार करो,
इस दीन  दुखी को सहारा है क्या,
मंझधार में लेक डुबोवो हमें,
चाहे पार लगाओ  किनारे पे लेक,
हम तेरे है तेरे रहेंगे सदा  अब और किसको निहारेंगे क्या "


"जो दुसरो क सामने झुकते है उनकी हानि कभी नहीं होती "

"अच्छा काम करो और अभी करो,इसी समय करो "

"काम विशिष्ट नहीं किआ जाता , विशिष्ट  ढंग से किआ जाता है "

"इश्वर धर्मअनुष्ठान  से प्रसन नहीं होते, ईश्वर उसके पीछे छिपे उद्देश्य देखते है "

"जिंदगी के पन्नो पैर कुछ ऐसा लिखा जाये, जो पवित्र पुस्तक सा सुबह शाम पढ़ा जाये "

"किस्मत हर किसी पे मेहरबान नहीं होती,
जन्म से हर किसी की पहचान नहीं होती,
मंजिल प् लेते है जिनके हौसले बुलंद हो,
मुस्किलो से रहे अनजान नहीं होती,"


"तोफानो की फिक्र नहीं हमें 
रास्ते  हम खुद बनाते  है,
है खुद पैर यकीन इतना,
की मंजिल को अपने पास बुलाते है,"

"इस पथ का उदेश्य नहीं है, शांत भवन में टिकना,
किन्तु पहुंचना उस सीमा तक, जिसेक आगे रह नहीं,"

"प्रत्येक कार्य का कोई समय होता है, उसे करने या न करने का, यदि आपने समय को परखने की कला सीख ली, तो पुनः आपको किसी प्रसन्ता या सफलता की खोज में मारे मारे भटकने की आवश्यकता नहीं,वह स्वयं आकर द्वार खटखटाएगा,"

"सपने में सफलता तक की रह तो अवश्य मौजूद होती है,
उसको प्राप्त करने क लिए आप में दृष्टि होनी चहिये,
इस रस्ते पैर आगे बढ़ने के लिए साहस होना चाहिए,
अतः उसे प्राप्त करने क लिए लगन होनी चाहिए,"

"मंजिल चली आये न खुद ही दौड़ कर  जिसके कदम पैर,
उस पथिक की शान क्या,
कुर्बानियां  कितनी हुई इस कारंवा की रह पैर कितने सितारे खो चुके धरती  की राह पैर ,"


"शेर कर  दुनिया की ग़ाफ़िल ,जिंदगानी फिर कँहा ,
जिंदगानी  गर रही तो , नवजवानी  फिर कँहा ,"



Thank you to all persons who have written these beautiful lines.

Regards
Reading Life








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